उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी भ्रष्टाचार एवं सरकारी विभागों में रिश्वत लेने वाले अधिकारियों पर भले ही लगातार नकेल कसने के लिए ठोस कदम उठा रहे हैं या बुलडोज़र से उनकी अवेध संपत्तियों को ध्वस्त कर रहे हो लेकिन बिजली विभाग के अधिकारियो को योगी आदित्यनाथ जी का कोई दर नहीं है और वो खुले आम उत्तर प्रदेश के विद्युत् उपभोगता से खर्चा-पानी और रिश्वतखोरी जैसे काम कर रहे है | ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के मवाना सब डिवीजन विद्युत विभाग के अंतर्गत आने वाले गांव सठला बिजलीघर पर कार्यरत JE तियोजो त्रिपाठी को एंटी करप्शन टीम ने शुक्रवार को पीड़ित किसान आसाराम की शिकायत पर सठला बिजलीघर से रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ लिया |
मवाना क्षेत्र के गांव नासरपुर किसान आसाराम पुत्र महेंद्र सिंह ने फसलों की सिंचाई के लिए कृषि के लिए ट्यूबवेल लगाने के लिए विद्युत कनेक्शन के लिए आवेदन किया था और इस कृषि कनेक्शन के लिए अपने विद्युत् झोन पर जानकारी ली जिसके बाद सारे दस्तावेज और इस्टीमेट तैयार करने के बाद पूरी रकम विभाग में जमा करा दी गई थी | कनेक्शन से सम्बंधित सारे दस्तावेज और पूरी रकम विभाग में जमा करने के बाद भी उनको कनेक्शन और उससे सम्बंधित बाकी सामग्री भी नहीं दी जा रही थी जिसके लिए किसान आसाराम बार–बार चक्कर लगा रहे थे | किसान आसाराम का आरोप है कि विभाग में पूरी रकम जमा करने के बाद भी जेई तियोजो त्रिपाठी कनेक्शन जारी नहीं कर रहे थे और कनेक्शन से सम्बंधित सामग्री देने की एवज में 22 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा था पर बाद में जेई 16 हजार रुपये लेने के लिए मान गया |
इतना सब होने के बाद चक्कर पर चक्कर काटते हुए तंग होकर किसान आसाराम ने एंटी करप्शन में इसकी शिकायत की जिसके बाद शुक्रवार को एंटी करप्शन टीम में शामिल इंस्पेक्टर अशोक शर्मा, अंजू कटारिया, हेड कांस्टेबल रामनिवास, रविन्द्र कुमार एवं अनुराग भारद्वाज आदि किसान आसाराम के साथ सठला बिजलीघर पर तैनात जेई तियोजो त्रिपाठी के पास पहुंचे। किसान आसाराम ने जेई तियोजो त्रिपाठी को मांगी गई रिश्वत देते हुए टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया और थाने में लाकर पूछताछ की । पूछताछ में अपनी जिम्मेदारी बताते हुए टीम इंस्पेक्टर अशोक शर्मा, अंजू कटारिया आदि ने जेई तियोजो त्रिपाठी को अपनी हिरासत में लेकर थाने में बैठा लिया और मवाना थाना में संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पुलिस हिरासत में भेज दिया |
ग्रामीण क्षेत्र में बिजली विभाग की सेवाओं को ले कर विद्युत् उपभोगता ज्यादातर जागरूक नहीं होते और ना ही सरकार व बिजली विभाग कभी ऐसा कोई अभियान चलते है जिससे विद्युत् उपभोगता अपने अधिकार जान सके या बिजली विभाग भ्रष्टाचार की वजह से आरही परेशानियों से कैसे निपटना है | देखा जाए तो बिजली विभाग में जितना भी भ्रष्टाचार है उसका सबसे बड़ा कारण सरकार की अनदेखी है क्युकी बिजली विभाग ही सरकार के लिए सबसे ज्यादा राजस्व बनाता है |
आज के समय में ज्यादतर आपने सुना होगा छोटे-मोटे कामो के लिए बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारी खुले आम घूसखोरी करते है और अभी तक सरकार ने बिजली विभाग के भ्रष्टाचार पर रोकथाम करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया और ना ही ऐसा कोई पोर्टल बनाया जहा विद्युत् उपभोगता बिजली विभाग के भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारियों की शिकायत कर सके | यही सबसे बड़ा कारण है जिसकी वजह से विद्युत् उपभोगता परेशान होते है और बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारी खुले आम खर्चापानी और घूसखोरी जेसे काम करते है |
अगर आप भी विद्युत् उपभोगता के अधिकार जानना चाहते है और बिजली विभाग भ्रष्टाचार की वजह से आ रही परेशानियों से कैसे निपटना है वो जानना चाहते है तो BijliForum लॉग इन करे, भ्रष्टाचार से सम्बंधित ओर खबर देखना चाहते है तो यहाँ क्लिक करें |
- बिजली की उपभोगता फोरम में शिकायत कैसे करें
- सम्पूर्ण भारत के विद्युत लोकपाल का पता
- एमपी ऊर्जा मंत्री मोबाइल नंबर
- CM Helpline 181 की सम्पूर्ण जानकारी
- विद्दुत अधिनियम 2003
- आवेदन देते ही मिल जाएगा बिजली कनेक्शन
- RTI कैसे लगाये (सीखिए मात्र 5 मिनट में)
उपभोगता जाग्रति और सरक्षण के लिए हमारे YouTube चैनल को सब्सक्राइब जरुर करें |
Ghuripur post udaypur pin cod 221101